Muzaffarpur : बीते दिन देश में विकास के मामले में बिहार का रैंक नीचे से पहला यानी अंतिम स्थान पे था। दरअसल इसका मुख्य कारण बिहार के लापरवाह सिस्टम व्यवस्था का है। भला नीतीश बाबू के शासन व्यवस्था में अधिकारी आमलोगों की सुनते कहां जिसका नतीजा होता है की भ्रष्टाचार के आर में लाखों लोग पैसा बना कर निगल लेते है।
दरअसल यह मामला मुजफ्फरपुर जिले के मड़वन प्रखंड के बड़कागांव का है। जहां बीते 10 दिनों से बिजली के संकट से ग्रामीण परेशान है। यास चक्रवात तूफान के बाद बिजली विभाग की तमाम दावे की पोल खोलती है बड़कागांव की विद्युत व्यवस्था।
विभाग के लापरवाह सिस्टम का नतीजा यह है की ग्रामीण स्तर पे दलाल सक्रिय भूमिका में नजर आ रहे है। विभाग के कर्मचारी न होते हुए भी नाबालिक लड़को को पोल पे चढ़ा कर बिजली संबधी काम करवाया जा रहा है।
दरअसल अब आपको हम पूरा मामला बताते है। श्री दुर्गा पुस्तकालय के प्रांगन में ट्रांसफार्मर लगाया गया हुआ है। जिसका टेंडर इंजीनियर रंजीत सिंह को विभाग ने दिया था। लेकीन ठिकदार द्वारा बीते 6 महीने में ट्रांसफार्मर का लोड नहीं बांटा गया। और पुराना तार को भी नहीं बदला गया।
जिसका नतीजा है की वार्ड 4 और 5 का लगभग 200 घर का बिजली से प्रभावित है। ग्रामीण स्तर पे लोगो में काफी आक्रोश है। ग्रामीण बताते है की ट्रांसफार्मर लोड नहीं ले रहा।जिसका नतीजा है की अचानक वोल्टेज बढ़ता घटता है।

वहीं आज बिजली के समस्या को लेकर ग्रामीण सड़क पर उतर रोड को जाम कर दिए।जिसके बाद बिजली विभाग ने इंजीनियर को भेज बिजली सुचारू रुप से चालू करवाया। स्थानिए जनप्रतिनिधि उपमुखिया मुक्तेश्वर बताते है की विभाग की लापरवाही की वजह से लगभग 200 घरों का बिजली प्रभावित है।
विभाग कान में नींद डाल आराम से सो रही है। वहीं पूरे मामले पे विभाग के एसडीओ सुजीत कुमार ने बताया की मामला संज्ञान में आया है। जांच कर आगे की कारवाई की जाएगी।
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